Saturday, April 21, 2012

महिलाओं की मांग -हमें वादे नहीं विकास दें !



‘‘यदि हम महिलाओं का चहुंमुखी विकास करना चाहते हैं व वास्तव में उन्हें स्वावलम्बी बनाना चाहते हंै तो इसके लिए राजनीति में महिलाओं की बराबर भागीदारी सुनिष्चित करना अत्यंत आवष्यक है। हमारे देष में आज भी महिलायें अपने अधिकारों से वंचित हैं। उनकी मूलभूत आवश्यकतायें जैसे पौष्टिक भोजन, षिक्षा, रोजगार आदि भी पूरी नहीं हो पाती हैं। वे आज भी समाज में दोयम दर्जे का जीवन बिता रही हैं। ऐसे में ये अत्यंत आवश्यक हो जाता है कि महिलाओं को राजनीति में बराबर भागीदारी का मौका मिले ताकि महिलाएं सत्ता में आगे आएं व उनकी नेतृत्व क्षमता का विकास हो।’’ ये कहते हुए सुश्री अरूंधती धुरू ने महिलाओं की पंचायत में भागीदारी की आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किये। वे मंगलवार को पंचायत में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने, पारदर्शी व निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किए जा रहे अभियान ’’हमारी पंचायत- हमारा राज अभियान,2010,उ0प्र0’’ के शुभारंभ व इसके लिए प्रस्तावित घोषणा पत्र के विमोचन के अवसर पर आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकारों को संबोधित कर रही थीं। ये अभियान परिवर्तन में युवा (उ0प्र0), महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच (उ0प्र0) व मैसवा के सामूहिक प्रयास से  उ0प्र0 के 24 जिलों के 72 ब्लाकों में चलाया जाएगा।

इस मौके पर बोलते हुए सुश्री निशी मेहरोत्रा ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए हर स्तर पर महिलाओं की बराबर भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। जब तक हर क्षेत्र में महिलाओं का दखल नहीं बढ़ता तब तक हम सम्पूर्ण विकास की अपनी परिकल्पना को साकार नहीं कर सकते हैं।

कार्यक्रम में आगे अपने विचार व्यक्त करते हुए सुश्री जषोधरा दासगुप्ता ने कहा कि अब हमें न सिर्फ महिलाओं को बल्कि युवाओं को भी  अपने विकास व बराबरी से जुड़े मुख्यधारा के प्रयासों में शामिल करना चाहिए। महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए ये अति आवश्यक है कि हर क्षेत्र व हर स्तर पर  उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाए। साथ ही महिला उत्थान से जुड़ी तमाम योजनाओं व प्रयासों की सतत् निगरानी भी की जाए।

अभियान की जानकारी देते हुए मैसवा से षिषिर ने बताया कि ये अभियान 24 जुलाई, 2010 से शुरु होकर  पंचायती चुनाव के समापन तक चलेगा। ग्रामीण मतदाता को आज वादे नहीं विकास चाहिये। इसलिये अभियान के दौरान लोगों को उनके वोट, सही प्रत्याशी के चुनाव का महत्व बताते हुए चुनावी प्रक्रिया में समुदाय की सक्रिय भागीदारी के विषय में जागरुक किया जाएगा। इसमें मतदाताओं को मतदान व नामांकन जैसी प्रक्रियाओं के विषय में भी जागरुक किया जाएगा। अभियान का केन्द्र बिन्दु महिलाओं को एक मतदाता, प्रत्याशी व एजेन्ट के रुप में चुुनावी प्रक्रिया में प्रतिभागिता एवं निगरानी करने के लिए प्रेरित करना होगा। अभियान की 3 माह की समयावधि में ग्राम, ब्लाॅक व जिला स्तर पर कई गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इन गतिविधियों में ग्राम स्तरीय रैली, पर्चा वितरण, दीवार लेखन, मतदाता जागरुकता पर चर्चा के सत्र शामिल हंै। ब्लाॅक के स्तर पर नामांकन के समय प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी अथवा मदद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ब्लाॅक स्तरीय सहायता शिविर लगाया जाएगा जो कि नामांकन के तीनों दिन सक्रिय रहेगा। इसके अलावा पूरी चुनावी प्रक्रिया  की निगरानी करने के उद्देश्य से जिला स्तरीय निगरानी समितियो का गठन किया जाएगा। ये समितियां निगरानी करने के साथ साथ कोई आपत्तिजनक, अप्रिय अथवा गैरकानूनी कार्य की जानकारी मिलते ही  इसकी सूचना/ शिकायत संबंधित अधिकारी से करेंगी। चुनाव में जीतने वाली महिला प्रत्याषियों को समुदाय द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।

इस अभियान की जानकारी राज्य चुनाव आयोग को दी जा चुकी है। इस अवसर पर अभियान के लिए प्रस्तावित घोषणा पत्र पर भी चर्चा की गई। साथ ही अभियान में इस्तेमाल की जा रही प्रचार सामग्री को भी प्रदर्शित किया गया।

अभियान में शामिल जिलों के नाम इस प्रकार हैं - बांदा, चित्रकूट, गोरखपुर,झांसी, बरेली, आजमगढ़ सिद्धार्थनगर, बलिया, वाराणसी, चन्दौली, मिर्जापुर, कुशीनगर, जौनपुर, मुजफ्फरनगर,मऊ,गाजीपुर, ललितपुर, कौशाम्बी, महोबा, इलाहाबाद, हमीरपुर, बस्ती, प्रतापगढ़, जालौन

हमारी पंचायत-हमारा राज अभियान- 2010, उ0प्र0


संकल्पना - प्रपत्र
उ0प्र0 में पंचायती राज चुनाव की घोषणा की जा चुकी है और चारांे ओर राजनीतिक सरगरमियां भी बढ़ गई हैं। प्रत्याषी, पार्टियां, चुनाव आयोग, सम्बन्धित विभाग व व्यक्ति एक बार फिर अपने-अपने कार्य में सक्रिय हो चुके हैं। ये सक्रियता अब धीरे-धीरे तेजी पकड़ती जायेगी। इस सब के बीच एक समूह जो  खामोष है वो है मतदाता, जिसका मत व समर्थन पाने के लिए प्रत्याषी व पार्टियां कुछ दिन बाद साम, दाम, दण्ड , भेद, हर तरीका अपनाते दिखेेंगे। इसी समूह को जागरूक करने व निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिष्चित करने के लिए संबंधित विभाग भी मेहनत कर रहे हैं।  लेकिन फिर भी कभी जागरूकता के अभाव में या रसूखदारों के भय से अधिकांषतः हम एक अच्छा नेता पाने से चूक जाते हैं। 33ः आरक्षण  के बाद भी चुनाव प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी को न ही प्रत्याषी के रूप में बढ़ा पाते हैं और न ही मतदाता के रूप में।
अतः इन सब समस्याओं का हल निकालने की  में और पंचायती राज चुनाव में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने, एक निष्पक्ष व पारदर्षी चुनावी प्रक्रिया सुनिष्चित करने के उद्देष्य से एक कदम बढ़ाते हुए परिवर्तन में युवा, महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच व मैसवा द्वारा उ0प्र0 के 24 जिलों के 72 ब्लाॅकों में ‘हमारी पंचायत हमारा राज अभियान-2010,उ0प्र0’ शुरू किया जा रहा है। अभियान में मतदाताओं को मतदान का महत्व बताते हुए इसमें प्रतिभाग करने हेतु जागरूक किया जाएगा। साथ ही महिलाओं को चुनाव प्रक्रिया में प्रतिभाग करने हेतु प्रेरित किया जाएगा।
ग्रामीणों की आवश्यकताओं व समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक घोषणा पत्र भी बनाया गया है जिसमें ग्रामीणों की अपनी पंचायत व उसके सदस्यों से क्या अपेक्षायें हैं,ये लिखा गया है। 
2 से 2.5 माह के इस अभियान के दौरान ग्राम, ब्लाॅक व जिला स्तर पर कई प्रकार की गतिविधियाँ आयोजित की जायंेगी। साथ ही नेतृत्वकारी महिलाओं व युवाओं के लिए दो दिवसीय आवासीय प्रषिक्षण भी आयोजित किया जाएगा। अभियान के अन्तर्गत तीनों नेटवर्क के अलग-अलग साथियों को अलग-अलग स्थानों पर तीन बार प्रषिक्षण दिया जा चुका है। ग्राम स्तरीय गतिविधियों में ग्रामीणों के साथ चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा की जाएगी, प्रत्याषी के साथ जनता का आमना - सामना, पर्चा वितरण, रैली, घोषणा पत्र व प्रत्याशी चयन के आधार पर चर्चा की जाएगी। ब्लाॅक के स्तर पर नामांकन के समय प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी अथवा मदद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ब्लाॅक स्तरीय सहायता षिविर लगाया जाएगा जो कि नामांकन के तीनों दिन सक्रिय रहेगा।
इसके अलावा पूरी चुनावी प्रक्रिया  की निगरानी करने के उद्देश्य से जिला स्तरीय निगरानी समितियो का गठन किया जाएगा। ये समितियां निगरानी करने के साथ साथ कोई आपत्तिजनक, अप्रिय अथवा गैरकानूनी कार्य की जानकारी मिलते ही  इसकी सूचना/संबंधित अधिकारी से करेंगी।
हम इस उम्मीद के साथ इस अभियान को आगे बढ़ायेंगे कि इन पंचायती चुनावों में  योग्य व कुशल नेता जीतेे जो ग्रामीणों की समस्याओं व जरूरतों को समझते के साथ-साथ उनका निस्तारण भी करें। हमारी ये भी कोषिश रहेगी कि हम अधिक से अधिक कुशल महिलाओं की प्रत्याषी के रूप में व सभी महिलाओं की जागरूक मतदाता के रूप में इस पंचायती चुनाव में  प्रतिभागिता सुनिश्चित कर सकें। हो सकता है कि हमारी ये  वर्तमान राष्ट्रीय राजनैतिक परिप्रेक्ष्य में बहुत छोटी दिखाई दे लेकिन महिला , जागरूक नागरिक, कुषल नेता एवं सम्पूर्ण विकास को सुनिष्चित करने की दिषा में इस प्रयास के दूरगामी परिणाम निःसंदेह सुखद होंगे।
 जाहिर है हमारे इस प्रयास में हमें संबंधित सरकारी तंत्र व आपके समर्थन की बहुत आवश्यकता होगी। हम उम्मीद करते हैे कि जमीनी विकास व हर क्षेत्र व हर स्तर पर बराबरी सुनिश्चित करने  की दिषा में किए जा रहे इस प्रयास में हमें आपका समर्थन प्राप्त होगा।
अभियान में शामिल जिलों के नाम इस प्रकार हैं - बांदा, चित्रकूट, गोरखपुर,झांसी, बरेली, आजमगढ़ सिद्धार्थनगर, बलिया, वाराणसी, चन्दौली, मिर्जापुर, कुशीनगर, जौनपुर, मुजफ्फरनगर,मऊ,गाजीपुर, ललितपुर, कौशाम्बी, महोबा, इलाहाबाद, हमीरपुर, बस्ती, प्रतापगढ़, जालौन 
धन्यवाद
 हमारी पंचायत हमारा राज अभियान- 2010,उ0प्र0

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